बालाघाट | भगवान राम के पौराणिक महत्व से जुड़ी पवित्र नगरी रामपायली में 12 से 18 नवम्बर तक रामपायली मेले का आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश शासन के खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल के प्रयासों से इस वर्ष इस मेले में संस्कृति विभाग म.प्र. शासन की ओर से विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रसिद्ध कलाकारों एवं गायको द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेगें।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रामपायली में 12 नवंबर से मेले का शुभारंभ होगा। मेले में प्रथम दिवस 12 नवम्बर को रामपायली में लोक नृत्य एवं भजन गायन का कार्यक्रम होगा जिसमें सागर के मनीष यादव गु्रप द्वारा बरेदी एवं बधाई लोक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। इसके पश्चात् उज्जैन की कृष्णा वर्मा ग्रुप द्वारा मटकी एवं पनिहारिन लोक नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा और दुर्ग के प्रभंजय चतुर्वेदी द्वारा भजन गायन किया जाएगा। 13 नवम्बर को रात्रि में सुगम संगीत एवं भजन गायन का कार्यक्रम होगा। जिसमें सुप्रसिद्ध गायिका सुश्री अनुराधा पौडवाल द्वारा संगीत एवं भजन प्रस्तुत किया जाएगा।
रामपायली के इस मेले में 14 नवम्बर को डिण्डोरी जिले के मायाराम धुर्वे ग्रुप द्वारा जनजातिय नृत्य करमा एवं शैला प्रस्तुत किये जाएगें । इसके पश्चात् रात्रि में अखिल भारतीय कवि संम्मेलन का आयोजन होगा इसमें देश के सुप्रसिद्ध कवि राहत इंदौरी,अशोक सुंदरानी, अशोक भाटी, किरण जोशी, पूनम वर्मा, मनोज मद्रासी, एवं अनामिका अंबर, अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेगें । 17 नवम्बर को रात्रि. में दुय्यम डंण्डार का आयोजन होगा।
जनपद पंचायत वारासिवनी एवं संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस मेले को व्यापक स्वरूप प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नामी कलाकारों एवं कवियों के आगमन को देखते हुए इस बार में रामपायली में अधिक संख्या में लोगों के आने की संभावना है।